Saturday, 17 May 2025
  • My Feed
  • My Interests
  • My Saves
  • History
  • News
Legal Beat
  • About Us
  • Legal Beat Hindi
  • Top Stories

    बिभव कुमार को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत; फिलहाल ना पीए रहेंगे और ना ही जा सकेंगे सीएम दफ्तर

    By Sapna

    BRS नेता के कविता के खिलाफ ED की चार्जशीट में कई बड़े खुलासे; अपराध की कुल आय 1100 करोड़; के कविता ने 292 करोड़ का प्रबंधन किया

    By Sapna

    मानहानि मामला: CM केजरीवाल के खिलाफ निचली अदालत की कार्यवाही पर SC ने 6 हफ्ते के लिए रोक बढ़ाई

    By Sapna

    कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न पर SC ने जताई चिंता; POSH कानून के क्रियान्वयन पर जारी किए दिशा-निर्देश

    By Sapna

    यूट्यूबर समय रैना का नाम लिए बिना ही SC की टिप्पणी; कहा-जिम्मेदार की तरह पेश आए, नहीं तो हम जानते हैं कि ऐसे लोगों से कैसे डील करना है

    By Sapna

    मारपीट और उगाही से जुड़ा मामला: राउज एवन्यू कोर्ट ने बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन को सबूतों के अभाव में किया बरी

    By Sapna
  • Podcast
  • Supreme Court
  • High Court
  • More
    • Lower Court
    • NGT
    • Law Colleges Corner
    • Law Schools Corner
    • Law Firms
    • News Updates
    • Blogs
    • Articles
    • Know About Law
    • Videos
  • 🔥
  • Supreme Court
  • High Court
  • Lower Court
  • Supreme Court
  • SC
  • Delhi
  • High Court
  • News
  • Delhi High Court
  • Justice Sanjiv Khanna
Legal BeatLegal Beat
Font ResizerAa
  • My Saves
  • My Interests
  • My Feed
  • History
  • Travel
  • Opinion
  • Politics
  • Health
  • Technology
  • World
Search
  • About Us
  • Legal Beat Hindi
  • Top Stories
  • Podcast
  • Supreme Court
  • High Court
  • Lower Court
  • More
    • NGT
    • Law College Corner
    • Law Schools Corner
    • Law Firms
    • Know About Law
  • News Updates
  • Blogs
  • Articles
  • Videos
Have an existing account? Sign In
Follow US
Copyright 2024 © Legal Beat. All Rights Reserved by HRI Consultants.
Legal Beat > News > Supreme Court > IMA के अध्यक्ष डॉ. आरवी अशोकन के माफीनामे से नाराज SC ने लगाई फटकार; अखबार के 20 एडिशन की कॉपी सौंपने के निर्देश
Supreme Court

IMA के अध्यक्ष डॉ. आरवी अशोकन के माफीनामे से नाराज SC ने लगाई फटकार; अखबार के 20 एडिशन की कॉपी सौंपने के निर्देश

Sapna
Last updated: August 27, 2024 4:24 pm
Sapna
Share
LEGAL BEAT
SHARE

पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन जुड़े IMA के अध्यक्ष डॉ. आरवी अशोकन के खिलाफ अवमानना के मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आरवी अशोकन ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अदालत की टिप्पणी पर मीडिया में दिए गए विवादित बयान पर अखबार में माफीनामा छपवा दिया है। इस पर IMA के अध्यक्ष को फटकार लगाते हुए कहा की आप हमें न्यूज़ पेपर की कॉपी दीजिए बिना उसके हम आपकी बात नही सुनेंगे, अशोकन की तरफ से पेश वकील ने कहा कि मेरा इंटरव्यू कभी किसी न्यूज़ पेपर में नही छपा, हालांकि आशोकन अदालत में मौजूद है अगर अदालत चाहे तो वो अदालत से माफी मांग लेंगे। फिर कोर्ट ने कहा कि हमें पेपर द हिंदू का बेंगलुरु एडिशन दिखाइए। जब कोर्ट ने उसमें दिए गए माफ़ीनामा का साईज देखा, उसके बाद अशोकन को फटकार लगाते हुए कहा कि माफीनामा बहुत छोटा है। हम इसे पढ़ भी नहीं पा रहे है।

कोर्ट ने कहा कि माफीनामा एक राष्ट्रीय पेपर में छपा लेकिन य़ह बहुत छोटा है। अशोकन सभी उस राष्ट्रीय अखबार के 20 एडिशन की कॉपी अदालत में दाखिल करें, जो माफीनामा उन्होंने छपवाया हैं। कोर्ट ने कहा कि अदालत की टिप्पणी पर अशोकन ने मीडिया में बयान दिया था। वहीं इसी मामले मे विज्ञापनों के माध्यम से फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स कंपनियों द्वारा किए गए भ्रामक स्वास्थ्य दावों के मुद्दे पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आयुष मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना पर रोक लगा दी है, जिसमें औषधि और प्रसाधन सामग्री नियम, 1945 के नियम 170 को हटा दिया गया था। औषधि और प्रसाधन सामग्री नियम, 1945 का नियम 170 आयुर्वेदिक, सिद्ध और यूनानी दवाओं के भ्रामक विज्ञापनों पर रोक लगाता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंत्रालय द्वारा जारी य़ह अधिसूचना उसके 7 मई, 2024 के आदेश के अनुरूप नहीं है।

कोर्ट ने कहा कि 29 अगस्त, 2023 के पत्र को वापस लेने के बजाय, मंत्रालय को सबसे अच्छे से ज्ञात कारणों से, ड्रग्स और कॉस्मेटिक्स नियम, 1945 के नियम 170 को हटाने के लिए एक जुलाई की अधिसूचना जारी की गई है, जो इस अदालत द्वारा जारी निर्देशों के विपरीत है। मामले मे केंद्र की ओर से पेश ASG के एम नटराज ने कहा कि वह स्थिति स्पष्ट करते हुए एक हलफनामा दाखिल करेंगे। केंद्र ने पहले अपने अगस्त 2023 के पत्र का बचाव किया था।जिसमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अधिकारियों से कहा गया था कि वे ड्रग्स और कॉस्मेटिक्स नियमों के नियम 170 का उल्लंघन करने के लिए किसी भी इकाई के खिलाफ कार्रवाई शुरू न करें। सुप्रीम कोर्ट ने भ्रामक विज्ञापनों पर शिकंजा कसते हुए शीर्ष अदालत ने सात मई, 2024 को निर्देश दिया था कि किसी विज्ञापन को जारी करने की अनुमति देने से पहले, केबल टेलीविजन नेटवर्क नियम, 1994 की तर्ज पर विज्ञापनदाताओं से एक स्व-घोषणा लेने के बाद इसका प्रसारण किया जाए।

Share This Article
Twitter Email Copy Link Print
Previous Article LEGAL BEAT दिल्ली शराब नीति घोटाला मामला: 5 महीने बाद BRS नेता के कविता को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत
Next Article LEGAL BEAT न्यायिक अधिकारियों के बकाए पेंशन का मामला: 18 राज्यों के मुख्य सचिवों के पेश होते ही कोर्ट के आदेश का हुआ पालन; SC ने बंद की सभी के खिलाफ कार्यवाही
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
TwitterFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

कर्नाटक सेक्स स्कैंडल: JDS नेता प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी रेवन्ना को मिली अग्रिम जमानत के खिलाफ याचिका पर SC ने भेजा नोटिस

कर्नाटक के चर्चित सेक्स स्कैंडल मामले में घिरे JDS नेता प्रज्वल रेवन्ना की मां भवानी…

By Sapna

स्वाति मालीवाल कथित मारपीट मामला: तीस हजारी कोर्ट ने बिभव को 4 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति…

By Sapna

गंगा प्रदूषण मामले में उत्तराखंड सरकार को SC से राहत; अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के NGT के आदेश पर रोक लगाई

गंगा प्रदूषण मामले में उत्तराखंड सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम…

By Sapna

You Might Also Like

LEGAL BEAT
Supreme Court

कर्नल सोफ़िया कुरैशी पर गैर-ज़िम्मेदाराना टिप्पणी के लिए विजय शाह पर SC नाराज; कहा- संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को संयम बरतना चाहिए

By Sapna
LEGAL BEAT
Supreme Court

वक्फ संशोधित कानून पर अंतरिम आदेश देने पर 20 मई को दलीलें सुनेगा सुप्रीम कोर्ट

By Sapna
Supreme Court

देश के 52वें चीफ जस्टिस बने जस्टिस बीआर गवई; राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ

By Sapna
LEGAL BEAT
Supreme Court

SYL विवाद: आप मिलकर मामले का हल निकाले, हमें कोई सख्त आदेश जारी करने पर मजबूर न करें: SC

By Sapna
Legal Beat
Facebook Twitter Youtube Rss Medium

About US


Legal Beat Live News: Your instant connection to breaking stories and live updates. Stay informed with our real-time coverage across politics, tech, entertainment, and more. Your reliable source for 24/7 news.

Top Categories
  • Legal Beat Hindi
  • Podcast
  • Supreme Court
  • High Court
  • Lower Court
  • Law Schools
  • Law Firms
Usefull Links
  • Contact Us
  • Advertise with US
  • Complaint
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Submit a Tip

Copyright 2024 © Legal Beat. All Rights Reserved by HRI Consultants.

Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?